योग सायकोथेरापी क्या है?
योग सायकोथेरापी दो शब्दों का एक संयोजन है, पहला शब्द योग पूर्वकी भाषा संस्कृत में है और दूसरा शब्द पश्चिम के ग्रीक भाषा में है। मानसिक तनाव , उदासी, क्रोध , भय, कुन्ठा , मानसिक द्वन्द , मूड स्विंग, अवसाद और अन्य मानसिक समस्याओसे पीड़ित व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थय के सर्वांगिक विकास के लिए योग सायकोथेरापी एक मनोपचार विधि हैं। योग सायकोथेरापी को दुःख को मनोवैग्नानिक तरीको से दूर करने के लिए और सकारात्मक लक्ष्य निर्धारित विचार द्वारा लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सकारात्मक व्यवहार करने के उपर मन को एकाग्र करने के लिए विकसित किया गया है , जिसके परिणाम स्वरुप लक्ष्य सिद्धि द्वारा व्यक्ति सुःख , शांति , समृद्धि , शक्ति , शौर्य , सफलता प्राप्त कर खुशीका आनंद लेता है। २०१८ में भारतमें सर्वप्रथम योग योग सायकोथेरापी केंद्र भुज (कच्छ) में डॉ पंडित देवज्योति शर्मा द्वारा शरु किया गया है।


अपने योग सायकोथेरापिस्ट के विषय में जाने।
डॉ पंडित देव ज्योति शर्मा विश्व के प्रथम योग सायकोथेरापिस्ट के रूप में जाने जांते है, जिन्होंने अवसाद,चिंता और तनाव नियंत्रण के लिए योग दर्शन आधारित प्रथम भारतीय सायकोथेरापी पद्धति विकसित किया है। डॉ शर्मा ने भारत में आत्महत्या के दुःखद घटनाओ के रोकथाम के लिए लाइफ स्किल्स डायनेमिक मैडिटेशन गेटकीपर प्रशिक्षण का निर्माण किया है , जिसे इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (I.A.S.P.) द्वारा सराहना और मान्यता प्राप्त है। I.A.S.P. आतमहत्या रोकथाम के सदर्भ में विश्व स्वस्थ्य संस्था के साथ आधिकारिक रूप से जुड़ा हुआ संस्था है। डॉ शर्मा ने एम. बी. बी. एस., डी. पी .एम. (मनोचिकित्सा), डी .आई. वाय. (योग), पी.जी. सी.पी. (काउंसलिंग और सायकोथेरापी), पी.जी.सी.ए.एच (किशोर स्वास्थ्य ) , एम्.ए (सायकोलोजी) की शिक्षा पूरी की है। डॉ शर्मा योगाभ्यास द्वारा आत्मानुभूति प्राप्त लोको में से एक है।